26 जनवरी, 2022
मैं उन्हें ‘प्रणाम’ कहना नहीं भूलता और आखिर में वे ‘बाय’ कहना नहीं भूलते।

मैं उन्हें ‘प्रणाम’ कहना नहीं भूलता और आखिर में वे ‘बाय’ कहना नहीं भूलते।

बुधवार, जनवरी 26, 2022

बसेड़ा की डायरी, 25 जनवरी 2022 छब्बीस जनवरी के एक दिन पहले स्कूल से कपड़े धोने और नहाने लिए मिली आधी छुट्टी की आभा खाली सरकारी स्कूल के टाबर-ट...

13 जनवरी, 2022
कल बच्चे खेलेंगे तो हम ठीक से अपने बचपने में लौट सकेंगे।

कल बच्चे खेलेंगे तो हम ठीक से अपने बचपने में लौट सकेंगे।

गुरुवार, जनवरी 13, 2022

 बसेड़ा की डायरी, 13 जनवरी 2022 जाना और भीतर से गुना तो काम बढ़ गया ऐसी अनुभूति हुई। विद्यार्थियों को ज़िन्दगी देना और मानव बनाना बड़ा काम है। अ...

06 जनवरी, 2022
जन-कथाकार रत्नकुमार सांभरिया जी का जन्मदिन

जन-कथाकार रत्नकुमार सांभरिया जी का जन्मदिन

गुरुवार, जनवरी 06, 2022

बसेड़ा की डायरी, 6 जनवरी 2022 दो दिन पहले ही ध्यान में आया और आज जन-कथाकार रत्नकुमार सांभरिया जी का जन्मदिन उन्हीं की एक कहानी का पाठ करक...

19 नवंबर, 2021
विचार की टाटी खुली तो मंथन संभव हुआ है।

विचार की टाटी खुली तो मंथन संभव हुआ है।

शुक्रवार, नवंबर 19, 2021

14 नवम्बर 2021 बसेड़ा की डायरी विचार की टाटी खुली तो मंथन संभव हुआ है। बाड़ाबंदी से दम घुटता है अब। जान गया हूँ कि उस पार हिलोरती नदी बाँह...

09 नवंबर, 2021
शुक्रिया प्रवीण कि तुम्हारे आने से

शुक्रिया प्रवीण कि तुम्हारे आने से

मंगलवार, नवंबर 09, 2021

9 नवम्बर 2021, बसेड़ा की डायरी यह दो राग का मिलनबिंदु है। राग प्रवीण और राग माणिक। भारतीय जीवन शैली में इन्हें आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने...

07 नवंबर, 2021
बेतरतीब दिनों को करीने से लगाने की असफल कोशिशों के बीच

बेतरतीब दिनों को करीने से लगाने की असफल कोशिशों के बीच

रविवार, नवंबर 07, 2021

7 नवम्बर 2021 बसेड़ा की डायरी बेतरतीब दिनों को करीने से लगाने की असफल कोशिशों के बीच बना हुआ हूँ। गूँथने वाली नुवार का पुराना पलंग था जिस...

27 जून, 2021
बसेड़ा की डायरी : तमाम चिंताओं के बीच भी काम जारी है।

बसेड़ा की डायरी : तमाम चिंताओं के बीच भी काम जारी है।

रविवार, जून 27, 2021

बसेड़ा की डायरी , 27 जून 2021  मोहल्ले में आज प्रखर का जन्मदिन है। हमारे घर के ठीक सामने वाले भैया-भाभी का लड़का। गोवर्धन भैया और गायत्री भाभ...

20 जून, 2021
बसेड़ा की डायरी : चार भाई-बहन के बीच एक मोबाइल है।

बसेड़ा की डायरी : चार भाई-बहन के बीच एक मोबाइल है।

रविवार, जून 20, 2021

बसेड़ा की डायरी, 20 जून 2021 कोरोना के मारे हुए स्कूल खुलूँ-खुलूँ करते हुए सात जून को खुल तो गए पर वेंटिलेटर के मरीज की तरह अभी तबियत पूरी ...

 
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